पंडित प्रदीप मिश्रा कौन हैं?

पंडित प्रदीप मिश्रा एक प्रसिद्ध कथा वाचक हैं, जो अपनी शिव महापुराण कथाओं और आध्यात्मिक प्रवचनों के लिए प्रसिद्ध हैं। उनका संदेश सरलता, श्रद्धा और भक्ति से भरा होता है, जो लाखों लोगों को आध्यात्मिक मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है।
वे अपने मधुर स्वर, भावपूर्ण अभिव्यक्ति और शुद्ध हिंदी भाषा के प्रयोग से श्रोताओं के हृदयों को छू जाते हैं। उनकी कथाओं में धार्मिकता के साथ-साथ जीवन जीने की कला और नैतिक मूल्यों की शिक्षा भी मिलती है।
गुरुदेव पंडित प्रदीप मिश्रा जी द्वारा देश के विभिन्न क्षेत्रों में समय-समय पर शिव महापुराण कथा आयोजित की जाती है। उनका प्रण है कि वे सभी 12 ज्योतिर्लिंगों में एक बार शिव महापुराण कथा का आयोजन करें।
उनकी कथाओं में सुंदर भजनों की प्रस्तुति होती है, जिन पर भक्तगण भावविभोर होकर झूम उठते हैं। वे प्रदोष व्रत, शिवरात्रि, एकादशी, सोमवारी, अष्टमी आदि पावन तिथियों के लिए विशेष उपाय भी बताते हैं।
इसके अतिरिक्त, गुरुदेव पशुपतिनाथ व्रत एवं अन्य प्रमुख व्रतों और त्योहारों के बारे में भी विस्तृत जानकारी प्रदान करते हैं, जिससे श्रद्धालुगण धर्म के प्रति और अधिक जागरूक बनते हैं।
कुबेरेश्वर धाम, सीहोर कैसे पहुँचें?

कुबेरेश्वर धाम कहाँ है?
कुबेरेश्वर धाम मध्य प्रदेश के सीहोर जिले में स्थित एक प्रसिद्ध शिव मंदिर है। यह स्थान भगवान शिव के भक्तों के बीच विशेष रूप से प्रसिद्ध है और यहाँ पर भगवान शिव की पूजा-अर्चना की जाती है। सीहोर, भोपाल से लगभग 40 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, जो कि मध्य प्रदेश की राजधानी है।
कुबेरेश्वर धाम कैसे जाएं?
🚗 सड़क मार्ग: NH-46 से जुड़े सीहोर तक आप बस, टैक्सी या निजी वाहन से आसानी से पहुँच सकते हैं।
🚆 रेल मार्ग: सीहोर रेलवे स्टेशन देश के कई प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है। यहाँ से स्थानीय साधनों से धाम पहुँच सकते हैं।
✈ वायुमार्ग: निकटतम हवाई अड्डा भोपाल का राजा भोज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है। वहाँ से सड़क या रेल मार्ग से सीहोर पहुँचा जा सकता है।
इंदौर से कुबेरेश्वर धाम कैसे जाएं?
इंदौर से कुबेरेश्वर धाम की दूरी लगभग 120 किलोमीटर है। सीहोर से पहले ही धाम आ जाता है।
🚗 सड़क मार्ग: इंदौर-देवास-भोपाल रोड होते हुए सीधे कार या टैक्सी से पहुँचा जा सकता है। यात्रा में लगभग 2-3 घंटे लगते हैं।
🚌 बस सेवा: इंदौर से भोपाल जाने वाली बसों में सवार होकर सीहोर से पहले उतरें और वहाँ से लोकल साधन लें।
कहाँ रुकें?
सीहोर में छोटे होटल और धर्मशालाएं उपलब्ध हैं। भोपाल में भी कई अच्छे होटल हैं जो कुबेरेश्वर धाम से निकट हैं। त्यौहारों के दौरान मंदिर प्रांगण में विश्राम व्यवस्था भी होती है।
किस समय जाएं?
कुबेरेश्वर धाम की यात्रा के लिए सावन, शिवरात्रि, प्रदोष आदि पर्व श्रेष्ठ हैं। मानसून और सर्दियों का मौसम सुहावना होता है। गर्मियों में यात्रा से बचना चाहिए क्योंकि तापमान अधिक हो सकता है।