
ज्ञान, भक्ति और आध्यात्मिक मार्गदर्शन
वंश वृद्धि के लिए, कार्य सिद्धि के लिए, वैभव, धन सम्पदा प्राप्त करने हेतु भगवान भोलेनाथ की आराधना पारिजात के पुष्प से की जाती है. गुरुदेव पंडित प्रदीप मिश्रा जी द्वारा बताए गए उपाय के अनुसार पारिजात का पुष्प भोलेनाथ को अर्पित करने का एक तरीका होता है. चूँकि यह बहुतायत में प्राप्त हो जाता है इसलिए कुछ भक्त इसे ऐसे ही शिवजी पर अर्पित कर देते है. हमारे मन में कई बार आता है हम इतनी पूजा करते है फिर भी हमारे साथ गलत क्यों होता है क्योंकि की कई बार हमारी विधि एवं तरीका सही नहीं होता. आप चाहे एक पुष्प अर्पित करें परन्तु सही विधि से अर्पित करना चाहिए. विधि: पहले पारिजात का पुष्प अशोकसुंदरी को समर्पित करें (डंडी का मुख शिवलिंग की ओर एवं पुष्प का मुंह जहां से जल निचे गिरता है उस ओर रखे) उसी पुष्प को उठाकर माता पार्वतीजी के हस्तकमल पर समर्पित करते है (डंडी हमारी ओर एवं पुष्प का मुंह शिवजी की ओर रखे) उसी पुष्प को हस्तकमल से उठाकर शिवलिंग पर समर्पित करते है (डंडी शिवलिंग पर होती है एवं पुष्प का मुंख स्वयं की ओर होता है) इसके अतिरिक्त पारिजात के पुष्प के केसर का त्रिपुंड भी भोलेनाथ को लगाया जाता है. त्रिपुंड लगाते समय अपने मन की बात भोलेनाथ को कहे. उक्त केसर बनाने की विधि Gurudev Pandit Pradeep Mishra App के एक अन्य उपाय में बताई गई है. यदि आपने एप डाउनलोड नहीं किया है तो आज ही प्ले स्टोर से Gurudev Pandit Pradeep Mishra App डाउनलोड करें. कृपया उपाय सभी से शेयर करें ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग सही तरीके एवं विधि से पारिजात का पुष्प अर्पित कर सकें. श्री शिवाय नमस्तुभ्यम
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