
ज्ञान, भक्ति और आध्यात्मिक मार्गदर्शन
यदि बालक मंदबुद्धि हो, मुंह से राल गिरती रहती हो, अपनी उम्र के अन्य बच्चों की तुलना में शारीरिक/मानसिक कार्य न कर पाता हो, बहुत चिडचिडा सा हो ऐसे बच्चों के लिए उपाय है - यह उपाय विशेष रूप से शिवरात्रि (मासिक), प्रदोष या सोमवार अष्टमी के दिन करने से अधिक लाभ प्राप्त होता है. पहले गाय के दूध का दही बना लेवे. अब देखे की एकांत में कोई शिवमंदिर हो गाँव से बाहर कहीं खेतों में या जंगल में (एकान्तेश्वर महादेव) हो. अब ऐसे एकान्तेश्वर शिवलिंग पर पांच बिलपत्र समर्पित करें. फिर जो दही आप बना कर ले गए है उस दहीं को उन बिलपत्र के ऊपर समर्पित कर देवें. अब जो बेलपत्र और दही समर्पित किया है उसे शिवलिंग लिंग पर से उठा कर किसी बर्तन में रख लेवे. एवं अच्छे जल से शिवलिंग को स्नान करा कर चन्दन पूजन करें. जो बिलपत्र आप लाए है उसे बारीक पिस कर या छोटी गोली बना कर (जैसा भी सुविधाजनक हो) जो मंदबुद्धि बालक हो उसे खिलाए एवं जो दही शिवलिंग पर से लाए है उसे दिन में तिन बार उस बालक को थोडा थोडा चटाए. यह उपाय तिन से चार बार करें. बालक का अवरुद्ध मानसिक एवं शारीरिक विकास अवश्य सुचारू रूप से होने लगेगा. श्री शिवाय नमस्तुभ्यम 🙏🙏🙏
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