
ज्ञान, भक्ति और आध्यात्मिक मार्गदर्शन
यदि सिर पर कर्जा हो या व्यापार में वृद्धि करना चाहते है तो गुरुदेव पंडित प्रदीप मिश्रा जी द्वारा दीपावली (अमावस्या) के दिन का एक सुन्दर उपाय बताया गया है. दीपावली के दिन रात्रि 11:30 से रात्रि 12:30 के मध्य पीपल या आवला या बेलपत्र जो भी आपके नजदीक हो किसी भी एक वृक्ष के निचे यह उपाय करना है. तिन दीपक ले जावे. एक माँ लक्ष्मी, एक माँ सरस्वती एवं एक भगवान गणेश के लिए है. तीनों दीपक घी के रहे एवं पुरे भरे रहे खाली न रखें. एक दीपक फुलबत्ती का एवं दो दीपक लम्बी बत्ती के तैयार करें. तीनों दीपक में एक एक कमलगट्टा रखें. तीनों दीप प्रजवलित कर लेवें. पहला दीपक गोल बत्ती का अपने हाथ में रखकर भगवान् गणेश माँ लक्ष्मी का, कुल देवी देवता का, अपने पूर्वजों का स्मरण कर अपने मन की बात भावना व्यक्त कर वृक्ष के निचे रख देवें. दूसरा दीपक लम्बी बत्ती का अपने हाथ में रखकर उसकी बत्ती अपनी ओर रखें एवं पुनः सभी को स्मरण कर मन का भाव अपनी कामना कहें एवं दिए की बत्ती वृक्ष की ओर करके रख देवें. तीसरा दीपक लम्बी बत्ती का उठाए दीपक का मुंह वृक्ष की ओर रखें सभी को स्मरण कर अपने मन की बात कहें एवं जब निचे रखें तब दीपक का मुंह अपनी ओर रखें. झोली पसार कर विनती करीए प्रणाम करिए एवं झोली स्वयं की ओर गिरा लेवे. अब सीधे अपने घर की ओर आवें पीछे पलट कर न देखें. घर में जाकर जहां आपने माँ लक्ष्मी का पूजन किया हो वहां प्रणाम करें एवं वहीँ पर कोई एक रुपया रखा हो या चांदी का सिक्का रखा हो उसको उसी समय तिजोरी में रख दीजिए जीवन में कभी सम्पदा की कमी नहीं होगी, सारा कर्जा भी खत्म होगा. श्री शिवाय नमस्तुभ्यम
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