
ज्ञान, भक्ति और आध्यात्मिक मार्गदर्शन
जैसा की आप जानते है दीपावली पर दो तिथि साथ आ रही है, ऐसे में एक दिन खाली जाता है.. (सभी उपाय Gurudev Pandit Pradeep Mishra App में उपलब्ध है). इस कारण से कई भक्तों के मन में सवाल आ रहा है की सिक्कों का पूजन कैसे करना है. ध्यान रखे वे केवल सिक्कें नहीं है उन्हें माँ लक्ष्मी स्वरूप मान कर हमने पूजा की है. उन सिक्कों में स्वयं माँ लक्ष्मी का वास है. अतः यदि एक दिन बिच में खाली भी जा रहा है तो भी हमारा कर्तव्य बनता है आसीन माँ लक्ष्मी का यथोचित पूजन अर्चन करें. प्रयास करें प्रदोष काल में जिस तरह धनतेरस रूपचौदस को पूजन किया है उसी तरह सामान्य पूजन अवश्य करें. कुंकू,रोली,मोली,इत्र, पुष्प आदि से पूजन करें. एक दीपक घी का एक दीपक तेल का लम्बी बाती का लगाएं घी का दीपक माँ के सीधे हाथ एवं तेल का दीपक माँ के उलटे हाथ पर लगाएं. (अखंड दीप नहीं है) एक एक कमल गट्टे, अमरबेल, हल्दी की गाँठ अर्पित करें. माँ को मीठे का भोग लगाएं. एवं आरती करें. आरती घी के दीपक से करें. आरती कर क्षमा याचना अवश्य करें. ताकि कोई त्रुटी होई हो तो माता हमें क्षमा करें. माता रानी की कृपा सभी को प्राप्त हो इसी भाव के साथ – श्री शिवाय नमस्तुभ्यम
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