
ज्ञान, भक्ति और आध्यात्मिक मार्गदर्शन
शरीर में कोई बीमारी हो, बहुत पीड़ा हो, बीमारी अच्छी ही नहीं हो रही, तो गुरुदेव पंडित प्रदीप मिश्रा जी द्वारा एक उपाय बताया गया है. किसी भी दिन कोई भी मीठा भोग तैयार करें जैसे हलुआ, मिठाई, खीर या जो भी आपसे बन पड़े वह तैयार करें. तैयार करते समय श्री पिपलेश्वर महादेव का स्मरण करते रहें. इस भोग में से सात ग्रास (कौल, या निवाले में जितना आता है, या चुल्लू में जितना आता है) एक अलग बर्तन में अलग अलग रख लेवे. इसी सात ग्रास के हिस्से पर एक बेलपत्र रखकर पास के किसी भी शिवमंदिर में ले जाए एवं ले जाकर श्री पिपलेश्वर महादेव का स्मरण करते हुए भोलेनाथ को स्पर्श कराकर वहीँ निचे रख देवे. अब एक ही लोटे का जल उत्तर की ओर मुख कर, दक्षिण में खड़े होकर सात बार थोडा थोडा कर के चढ़ाइए. जल अर्पित करते समय श्री पिपलेश्वर महादेव का स्मरण करते हुए जल अर्पित करें. प्रसाद पर जो बेल पत्र रखी है वही बेलपत्र भोलेनाथ को अर्पित कर दीजिए. बाबा को प्रणाम करिए बाबा मेरे शरीर का रोग समाप्त नहीं हो रहा है, कुछ न कुछ रोग शरीर में चला ही करता है. म्रेरे रोग को दूर करो बाबा हे पिपलेश्वर महादेव हे कुन्द्केश्वर महादेव हे बाबा कुबेरभंडारी मेरे कष्ट दूर कर निरोगी काया प्रदान करों. निवेदन कर, अर्पित किया बेलपत्र पुनः प्रसाद के साथ लेकर घर को आ जाए. घर के अन्दर प्रवेश करते ही पहले बेलपत्र को चबा चबा कर खा जाएं. फिर जो सात ग्रास (सात कौल है) उन्हें धीरे धीरे सात बार में ग्रहण करें. बाबा महादेव का स्मरण करते हुए, श्री पिपलेश्वर महादेव का नाम स्मरण करते हुए प्रसाद ग्रहण करें. प्रसाद उपरान्त हाथ की हथेली में जल लेकर सात बार आचमन करें. पुनः शिव का नाम स्मरण करें. श्री पिपलेश्वर महादेव का नाम लेवे. 15 दिन में बीमारी धीरे धीरे कर के दूर होती चली जाएगी एवं आपको निरोगी काया प्राप्त होगी. गुरुदेव द्वारा बताए उपाय को अपने परिवार एवं मित्रों से भी साझा करें ताकि किसी की पीड़ा दूर करने में, कष्ट दूर करने में आप भी सहयोगी हो सकें. श्री शिवाय नमस्तुभ्यम 🙏🙏🙏
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