
ज्ञान, भक्ति और आध्यात्मिक मार्गदर्शन
एक संतान के उपरान्त यदि दूसरी संतान प्राप्त न हो रही हो, बार बार मिस केरिज़ हो रहा हो. या गर्भ न ठहर रहा हो ऐसी स्थिति में गुरुदेव पंडित प्रदीप मिश्रा जी द्वारा 11 रूद्र का एक उपाय बताया गया है. यहाँ यह ध्यान रखे यदि आप निसंतान है, पहले कोई संतान नहीं है तो आपको सफ़ेद आकडे की जड़ का उपाय करना चाहिए.(यह उपाय भी ऐप में उपलब्ध है). यदि पहले से एक संतान है एवं दोबारा संतान प्राप्त करने के इच्छुक है तो 11 रूद्र का उपाय करें. 11 रूद्र के नाम इस प्रकार है - कपाली, पिंगल, भीम, विरुपाक्ष, विलोहित, शास्ता, अजपाद, आपिर्बुध्य, शम्भू, चंड एवं भव किसी भी सोमवार से आप यह उपाय प्रारम्भ कर सकते है. किसी बेलपत्र के वृक्ष के निचे जाएँ एवं वहां उसी बेलपत्र के वृक्ष के निचे की मिटटी से एक छोटा सा कुंड बनाए (छोटी कटोरी के आकार का) इस कुंड में जल समर्पित कर देवे. एक घी का दीपक (गोल बाती) का लगाएं. एवं घर से थोड़ा सा मीठा जैसे दूध या खीर ले जाएं. उक्त दूध या खीर जो भी आप ले जाए एक पात्र में रखकर उस कुंड के पास रख देवे. प्रत्येक सोमवार एक एक रूद्र का स्मरण करना है. जैसे पहले सोमवार कपाली का स्मरण करें, दुसरे सोमवार पिंगल का स्मरण करे..इसी तरह 11 वे सोमवार भव का स्मरण करते हुए पूजन करना है. एक रूद्र के नाम से एक कुंड का निर्माण करें, घी का दीपक लगाएं. वहां एक पात्र में थोडा सा मीठा रखे. कुंड में से थोडा सा जल लेवे एवं बेलपत्र के वृक्ष के निचे उसका उसका आचमन करें. जो मीठा रखा है उसे घर ले जावे एवं रात्रि को सोने से पहले पति पत्नी उसको ग्रहण करें एवं साथ रात्री बिताए. इसी तरह 11 सोमवार तक अलग अलग रूद्र का नाम लेकर पूजन करना है. पूजन के उपरान्त भोलेनाथ से अपने मन की बात कहे, प्रार्थना करें. गुरुदेव का कहना है भले भी पहली संतान के बाद 10 वर्ष 15 वर्ष हो गए है. आपको गर्भ जरुर ठहरेगा एवं संतान की प्राप्ति होगी. हर हर महादेव श्री शिवाय नमस्तुभ्यम 🙏🙏🙏
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