
ज्ञान, भक्ति और आध्यात्मिक मार्गदर्शन
गुरुदेव पंडित प्रदीप मिश्रा जी द्वारा श्री शिवपुराण के विद्धेश्वर संहिता का सन्दर्भ देते हुए एक महत्वपूर्ण बात बताई गई थी. श्री नर्मदेश्वर शिवलिंग पर यदि आप कोई सामग्री अर्पित करते है या शिवलिंग स्पर्श भी कराते है चाहे वह मिठाई हो, फल हो या अन्य कोई प्रसाद सामग्री हो आप इसे ग्रहण कर सकते है. परन्तु अन्य किसी शिवलिंग पर यदि इस तरह से किसी भी प्रकार की प्रशाद सामग्री चढ़ाई जाती है या उक्त प्रशाद सामग्री को स्पर्श भी कराया जाता है तो ऐसी प्रशाद सामग्री हर कोई ग्रहण नहीं कर सकता है, सांसारिक व्यक्ति इसे नहीं खा सकता है. हर किसी ने इस प्रशाद को ग्रहण नहीं करना चाहिए. ऐसी प्रशाद सामग्री को जिसे भोलेनाथ के ऊपर अर्पित किया गया है या शिवलिंग से स्पर्श किया गया है (यदि वह नर्मदेश्वर शिवलिंग न हो) तो उक्त सामग्री को सांसारिक व्यक्ति द्वारा ग्रहण नहीं किया जाना चाहिए. उक्त सामग्री कोई सन्यासी, वैराग्य जीवन जी रहा व्यक्ति ही ग्रहण कर सकता है. ऐसा व्यक्ति जो अपने घर परिवार समाज को त्याग कर जीवन जी रहा है ऐसे व्यक्ति द्वारा ही उक्त सामगी को खाया (ग्रहण) किया जा सकता है. श्री शिवाय नमस्तुभ्यम हर हर महादेव 🙏🙏🙏
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