
ज्ञान, भक्ति और आध्यात्मिक मार्गदर्शन
यदि बच्चा हकलाता है, रुक रुक कर बोलता है, धारा प्रवाह बोलने में परेशानी होती है तो गुरुदेव पंडित प्रदीप मिश्रा जी द्वारा एक उपाय बताया गया है. गुरुदेव के अनुसार लिंगपुराण के अंतर्गत यह वर्णन आता है. बेलपत्र के वृक्ष पर एक फल लगता है जिसे बेलफल कहते है, कुछ क्षेत्रों में इसे बिल्ला भी कहां जाता है. (इसका आयुर्वैदीक औषधियां बनाने में उपयोग किया जाता है.) इस फल को घर लाए एवं एक ऊपर से चाक़ू आदि से सावधानीपूर्वक काट कर उसके अन्दर का गुर्दा (अन्दर का पदार्थ) निकाल लेवें. अब बाहरी खोल बचेगा. यह बाहरी खोल कठोर होता है. इसमें जल भर कर सोमवार के दिन भगवान भोलेनाथ के शिवलिंग पर समर्पित करें एवं इसी जल को झेलकर बालक को पिलाए. जल पीते समय प्रत्येक बार श्री शिवाय नमस्तुभ्यम का जाप करें. (मन में नहीं जोर से बोलने का प्रयास करें, चाहे बच्चा अटक अटक कर ही बोले) भगवान भोलेनाथ की कृपा से बालक जल्द ही बोलने लगता है. नोट: यह उपाय केवल सोमवार के दिन किया जाता है. एक बेलफल से प्रत्येक सोमवार जल अर्पित कर सकते है. हर सोमवार नया तोड़कर लाने की आवश्यकता नहीं है श्री शिवाय नमस्तुभ्यम हर हर महादेव 🙏🙏🙏
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