
ज्ञान, भक्ति और आध्यात्मिक मार्गदर्शन
शिव मंदिर में पांच ऐसे स्थान होते है जहा पर बैठ कर विनय करने पर भगवान भोलेनाथ सुनता जरुर है. गुरुदेव पंडीत प्रदीप मिश्रा जी द्वारा श्री शिवमहापुराण कथा में इन स्थानों के बारे में बताया गया है 1. चौखट (मंदिर): मंदिर के गर्भगृह की चौखट (द्वार) जहा से भक्त अन्दर गर्भगृह में प्रवेश करते हैं, वहां से भगवान भोलेनाथ से विनय करते है, प्रार्थना करते है तो भोलेनाथ आपको बिना दिए लौटाता नहीं है. 2. नंदी के समीप: शिवमंदिर में जहां नंदी का स्थान होता है, वहां नंदी के समीप बैठकर भगवान शंकर से प्रार्थना करते है, अपने मन का भाव कहते है तो शिव सुनता जरुर है. 3. जलस्थान के समीप: शिव मंदिर के समीप जहां भी कुंआ, बावड़ी, नंदी, सरोवर, कुंड, तालाब हो उसके पास बैठकर शिव नाम स्मरण कर मन की बात कहे, भोलेनाथ आपकी मनोकामना अवश्य पूरी करता है. 4. शिवमंदिर में लगा वृक्ष: शिवमंदिर में यदि कोई वृक्ष लगा हो पीपल, आंवला, शमी या मंदिर के समीप कोई वृक्ष हो वहां वृक्ष के निचे बैठकर शिव नाम स्मरण करने पर शिव आपकी कामना अवश्य पूरी करते है. 5. उत्तर की और मुख कर बैठे: शिवमंदिर में जब शिव जी का पूजन अर्चना करते है, तब दक्षिण में बैठे एवं उत्तर की ओर मुख कर पूजन अर्चन करें, मन का भाव व्यक्त करें..शिव आपके भाव को सुनकर आपकी कामना अवश्य पूरी करता है. श्री शिवाय नमस्तुभ्यम 🙏🙏🙏
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