
ज्ञान, भक्ति और आध्यात्मिक मार्गदर्शन
गुरुदेव पंडित प्रदीप मिश्रा जी द्वारा बताया गया है कि यदि शरीर कोई रोग हो, कोई पीड़ा हो तो एक पीपल का पत्ता लेवे, इस पत्ते पर थोड़े से चावल के दाने (अक्षत) रखें. पूर्णिमा की रात्रि को इसे अपनी आँखों पर स्पर्श करा कर, अपने शरीर पर से स्वयं उतार कर दरवाजे के पास रख दीजिये. पूर्णिमा की रात्रि समाप्त होने पर अगले दिन सुबह उन चावलों को सूंघ कर किसी भी बहते पानी में में डाल दीजिए. आपको रोग से अवश्य आराम प्राप्त होगा. श्री शिवाय नमस्तुभ्यम 🙏🙏🙏
उपाय की विभिन्न श्रेणियां लोड हो रही है