
ज्ञान, भक्ति और आध्यात्मिक मार्गदर्शन
गुरुदेव पंडित प्रदीप मिश्रा जी बताते है...जब भोलेनाथ पर पहली बार धतुरा अर्पित किया गया था वह फुलेरा दूज का ही दिन था. आज के दिन भोलेनाथ के शिवलिंग पर पहली बार धतुरा अर्पित किया गया था. इसलिए आज के दिन यानी फुलेरा दूज को धतूरा अर्पित करने का बहुत महात्व होता है. आज के दिन कोई मुहूर्त हो न हो, किसी दूकान, नामकरण, कार्य की शुरुआत, व्यवसाय का आरम्भ आज के दिन किया जा सकता है. आज के दिन कार्य प्रारम्भ करने से व्यवसाय दिन प्रतिदिन उन्नति करता है. साथ ही आज के दिन किया गया दान, पुण्य, भजन, कीर्तन अक्षुण रहता है. ऐसे कर्म का कभी क्षय नहीं होता है. आज के दिन यदि आप शिव भक्ति धारा को जन जन तक पहुचाने के हमारे इस पुनीत कार्य में सहयोग करना चाहते है तो अपनी सहयोग राशि किसी भी UPI एप से 8770151481 पर भेज सकते है. आपके सहयोग राशि से ऐप के संचालन में मदद प्राप्त होगी ताकि हज़ारों शिव भक्तों तक शिव भक्ति की यह पावन धारा ऐप के माध्यम से अनवरत प्राप्त होती रहें. श्री शिवाय नमस्तुभ्यम 🙏🙏
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