
ज्ञान, भक्ति और आध्यात्मिक मार्गदर्शन
गुरुदेव पंडित प्रदीप मिश्रा जी द्वारा शहादा, महाराष्ट्र की कथा में चैत्र दशमी के लिए एक सुन्दर उपाय बताया गया है. यदि कर्जा हो, फसल अच्छी नहीं हो, पैसे की आवक कही से नहीं हो रही हो, जीवन में बहुत तंगी चल रही हो, व्यवसाय चल नहीं रहा हो तो यह सुन्दर उपाय करना चाहिए. चैत्र नवरात्र के पश्चात जो दशमी तिथि आये उस दिन यह उपाय करना चाहिए. सामग्री: शमी के पांच पत्ते, पांच दूर्वा, पांच बेलपत्र, एक कलश जल घर के पास के किसी भी शिव मंदिर में जाकर शिवलिंग पर एक शमी पत्र, एक दूर्वा एवं एक बेलपत्र एक साथ रखकर अपने मन की कामना करते हुए, मन की बात भोलेनाथ को बताते हुए शिवलिंग पर अर्पित करें. इसी तरह पुनः एक शमी पत्र, एक दूर्वा एवं एक बेलपत्र एक साथ रखकर शिवलिंग पर अर्पित करते जाएं नोट: बेलपत्र सबसे ऊपर रखे, जिससे शिवलिंग का स्पर्श पहले शमी पत्र से हो. इस तरह पांच बार में आपको यह अर्पित करना है. अर्पित करने के उपरान्त एक लोटा जल अपने मन की कामना करते हुए थोडा थोडा कर के तिन बार में शिवलिंग पर अर्पित करें. अर्पित किया जल थोडा सा किसी पात्र में लाकर अपने घर, व्यापार के दरवाजे पर, व्यापार की जगह पर थोडा थोडा छींटे. एवं बड़े भाव से बाबा से प्रार्थना करें. दो से तिन महीनों में आपकी अपेक्षित कामना पूरी होगी. श्री शिवाय नमस्तुभ्यम कृपया उपाय अन्य से भी अवश्य शेयर करें
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