
ज्ञान, भक्ति और आध्यात्मिक मार्गदर्शन
गुरुदेव पंडित प्रदीप मिश्रा जी के अनुसार यदि कोई कार्य नहीं बन रहा है, बहुत समय से प्रयास कर रहे है किन्तु कार्य में अपेक्षित सफलता नहीं मिल रही है तो किसी भी प्रदोष के दिन आपको यह उपाय अवश्य करना चाहिए. किसी भी प्रदोष के दिन शिवलिंग पर एक बेलपत्र अर्पित करना है जिस पर निचे के हिस्से यानी दो पत्तियों के भी निचे का शेष भाग जो बेलपत्र की डंडी होती है पर थोड़ा सा देसी गाय का घी लगाएं. एवं दो पत्तियों एवं सबसे ऊपर की पत्ती के बिच की जो डंडी होती है उस पर लाल चन्दन लगाएं. एवं इस बेलपत्र को किसी भी प्रदोष के दिन शिवलिंग पर अर्पित करें. अर्पित करते समय डंडी का मुंह जलाधारी (जहां से जल निचे की ओर जाता है) की ओर हो. अब एक लोटा जल बेलपत्र को चढ़ाने के बाद शिवलिंग पर अपने मन की कामना करके तिन बार में थोडा थोडा जल अर्पित करें. (अर्पित किये बेलपत्र पर ही जल अर्पित करें, बेलपत्र हटाना नहीं है) नोट: एक ही लोटा जल को तिन बार में थोडा थोडा रुक रुक कर अर्पित करना है. प्रत्येक बार अपने मन की कामना अवश्य करें. अब अर्पित किये बेलपत्र को वापिस उठाकर अपने घर ले आइये एवं पूजा स्थान या जो भी पवित्र स्थान हो वहां रख लीजिए. गुरुदेव पंडित प्रदीप मिश्रा जी कहते है तिन महीने तो दूर की बात है, बाबा ने चाहा तो मात्र पंद्रह दिन में आपकी मनोकामना अवश्य पूरी होगी, आपका रुका हुआ काम अवश्य सफल होगा. श्री शिवाय नमस्तुभ्यम
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