
ज्ञान, भक्ति और आध्यात्मिक मार्गदर्शन
🛕दिनांक 2 जून 2025 की श्री शिवपुत्री शिवमहापुराण कथा के मुख्य बिंदु🛕 👉 तिन मुख्य कारण पाप होने के मन से - जरुरी नहीं पाप तन से ही हो, आपके शब्दों से ही हो, यदि आप मन से किसी के बारे में गलत सोचते है तब भी वह पाप होता है. प्रयास करें हम मन में भी कभी किसी के बारे में गलत न सोचें. वचन से – जीवन में शब्दों का चयन सोच समझ कर करना चाहिए. यदि हमारे द्वारा कुछ कहने से, हमारे शब्दों से किसी का मन आहत होता है तो भी वह पाप होता है. कर्म से – हमेशा अपने कर्म अच्छे करें. कोई नेक कार्य कर रहा है तो उसका सहयोग करना चाहिए. अपने कर्म से किसी को नुकसान न हो, कोई आहात न हो हमेशा ऐसा प्रयास करना चाहिए. 👉 यदि कपडे तंग हो तो कपडे छोड़ देना चाहिए, यदि जूते तंग हो जूते तकलीफ दे रहे है, जूतों के कारण पाँव में छाले या दर्द होता है तो हम जूते छोड़ देते है. इसी तरह यदि कोई ऐसे मित्र हो, रिश्तेदार जो तंग हो, बात बात पर सहयोग करने की अपेक्षा ताने देते हो, बुराई करते हो..उनसे भी दूर ही रहना चाहिए. 👉 यदि घर की लाइट बंद होती है तो हम बिजली विभाग में फोन करते है, ना कि नगर पालिका में. विदेशों में लाइट बंद होने पर अपने घर की लाइट जाँची जाती है, हमारे यहाँ पडोसी के घर की लाइट देखी जाती है. जीवन में जिसकी गलती हो उसे ही प्रेम से गलती के बारे में बताना चाहिए ना कि किसी ओर से बताते हुए व्यक्ति को हंसी का पात्र बनाए. परिवार में यदि पुत्र की गलती हो पुत्र को बताए, बहु की गलती हो बहु को बतानी चाहिए. ना कि अडोस-पड़ोस में या अन्य रिश्तेदारों को बताएं अपने घर का मान-सम्मान अपने ही हाथ में होता है. 👉 सुख-दुःख, धुप छाव की तरह होता है, यह बदलता रहता है. हमेशा एक सा नहीं रहता 👉 गुरुदेव द्वारा बताया गया है कि यदि आप घर में पूजन कर रहे है, तो शिवलिंग को एक बार स्नान करा कर, अभिषेक कर, दूध जल अर्पित करने के बाद, साफ़ एवं उत्तम स्थान पर विराजित करें. एवं बेलपत्र अर्पित कर दीजिए, पुष्प अर्पित कर दीजिए. यह भी न हो तो एक अक्षत चावल ही अर्पित कर दीजिए. कुछ भक्त शिवलिंग को पूजन पश्चात् गीली, भीगी हुई प्लेट में रहने देते है. यह नहीं करना चाहिए. 👉 गुरुदेव द्वारा कथा में आज दो उपाय भी बताए गए जिसे आप एप के उपाय खंड में देख सकते है. 🙏 श्री शिवाय नमस्तुभ्यम 🙏 कृपया जानकारी अन्य भक्तों से भी साझा करें
उपाय की विभिन्न श्रेणियां लोड हो रही है