
ज्ञान, भक्ति और आध्यात्मिक मार्गदर्शन
कोई बहुत बड़ी बिमारी हो, कोई बहुत बड़ी तकलीफ हो जो दूर ही नहीं हो रही है तो गुरुदेव पंडित प्रदीप मिश्रा जी द्वारा एक उपाय बताया गया है. पद्म पुराण में अपामार्जन स्त्रोत का वर्णन प्राप्त होता है. इसके लिए अपने हाथ में एक शमी पत्र रखे एवं इस शमी पत्र पर एक जल का पात्र रखें, जल के पात्र में एक बेलपत्र रखकर, अपामार्जन स्त्रोत का पाठ करें. सम्पूर्ण पाठ के दौरान सामग्री कलश सहित अपने हाथ में रखें. यदि पाठ नहीं कर सकते है तो मोबाइल आदि में लगा कर श्रवण कर लेवें. पश्चात उस जल को प्रतिदिन पीना प्रारम्भ करें. जल को प्रतिदिन थोडा थोडा ग्रहण करना प्रारम्भ करें. कैसा भी बुखार हो, कैसी भी शरीर में बीमारी हो रोग हो, अपामार्जन स्त्रोत का पाठ उस तकलीफ को, पीड़ा को दूर करता है. आपकी सुविधा के लिए अपामार्जन स्त्रोत भजन स्तुति खंड में उपलब्ध है
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