
ज्ञान, भक्ति और आध्यात्मिक मार्गदर्शन
गुरुदेव पंडित प्रदीप मिश्रा जी द्वारा गाया गया सुन्दर गुरु भजन "ऐसी प्रेम भिक्षा लाना रे गुरु ने मंगाई" आप के लिए लिखित रूप में उपलब्ध कराया गया हैं. आप भजन का PDF डाउनलोड भी कर सकतें हैं Bhajan - Aesi prem bhiksha lana re guru ne mangai - lyrics (Guru Bhajan) ऐसी प्रेम भिक्षा लाना रे गुरु ने मंगाई ऐसी प्रेम भिक्षा लाना रे गुरु ने मंगाई गुरु ने मंगाई सतगुरु ने मंगाई गुरु ने मंगाई सतगुरु ने मंगाई ऐसी प्रेम भिक्षा लाना रे गुरु ने मंगाई पहली भिक्षा जो जल की लाना कुआ बावड़ी के पास न जाना ऐसी गगरी भर के लाना रे गुरु ने मंगाई ऐसी प्रेम भिक्षा लाना रे गुरु ने मंगाई गुरुदेव तुम्हारी जय होवे, सद्गुरु तुम्हारी जय होवे महादेव तुम्हारी जय होवे, महादेव तुम्हारी जय होवे दूसरी भिक्षा दो, माला लाना बाग़ बगीचे के पास न जाना ऐसी माला ले के आना रे गुरु ने मंगाई ऐसी प्रेम भिक्षा लाना रे गुरु ने मंगाई गुरुदेव तुम्हारी जय होवे महादेव तुम्हारी जय होवे गुरुदेव तुम्हारी जय होवे महादेव तुम्हारी जय होवे
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