
ज्ञान, भक्ति और आध्यात्मिक मार्गदर्शन
गुरुदेव पंडित प्रदीप मिश्रा जी द्वारा श्रावण माह की पंचमी हेतु विशेष उपाय बताया गया हैं. ध्यान देवे यह उपाय श्रावण की दोनों पंचमी तिथि को किया जा सकता हैं. चाहे वह शुक्ल पक्ष की पंचमी हो या कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि हो. दोनों पंचमी तिथि को यह उपाय किया जा सकता हैं. ऐसे परिवार जिनमें कोई अधोगति को प्राप्त हुआ हो, कम उम्र में मृत्यु हुई हो, कुवारी अवस्था में मृत्यु हुई हो, गर्भावस्था में या गर्भ से बाहर आते ही मृत्यु हो गई हो ऐसे में उस जीवात्मा के लिए यह उपाय किया जाना चाहिए. श्रावण माह की पंचमी को अपने घर से दो कलश जल लेकर जाएं (जैसा की हम श्रावण में प्रत्येक दिन दो कलश लेकर ही जाते हैं) एवं जल अर्पित करने से पहले थोडा जल ऊपर की ओर जो कलश होता हैं जिसमें से थोड़ा थोड़ा जल निचे शिव जी पर आता हैं में थोड़ा थोड़ा जल दोनों कलश से अर्पित कर देवें. इस जलाधारी में शिवजी की पांच कन्याओं का निवास रहता हैं. यह पांच कन्याएं नाग कन्याओं के रूप में भी पूजी जाती हैं. इस तरह इस जलाधारी में थोडा थोडा जल अर्पित कर देने से एवं शेष जल शिवजी पर अर्पित कर देने से आपके परिवार में यदि कोई अधोगति को प्राप्त हुआ हो या किसी की अल्पआयु में मृत्यु हुई हो एवं यदि सर्प योनी या प्रेत योनी में तो उसे मुक्ति प्राप्त होती हैं. यह उपार परिवार के किसी भी सदस्य द्वारा किया जा सकता हैं. श्री शिवाय नमस्तुभ्यम हर हर महादेव 🙏🙏
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