
ज्ञान, भक्ति और आध्यात्मिक मार्गदर्शन
गुरुदेव पंडित प्रदीप मिश्रा जी द्वारा बताया गया हैं कि किसी व्यक्ति को शरीर में कोई गाँठ हो जाए शरीर में पीड़ा हो जाए, कोई बहुत बीमारी हो तो पहले अपने नजदीकी चिकित्सा स्थल पर जाए डॉक्टर को दिखाएं. डॉक्टर को शिव का रूप मानकर उनके मार्ग दर्शन में बिमारी का इलाज करवाएं. असर न हो तो किसी बड़ी जगह पर जाकर बड़े डॉक्टर को दिखाएं. वो जो दवाई देवे उसे कुन्द्केश्वर महादेव का स्मरण करते हुए ग्रहण करना चाहिए. गुरुदेव पंडित प्रदीप मिश्रा जी कहते हैं, डॉक्टर को दिखाने के साथ साथ आपको प्रदोष के दिन यह उपाय भी करना चाहिए. प्रदोष के दिन शिवलिंग पर (जलाधारी नहीं) केवल शिवलिंग (लिंग) पर पांच जगह चन्दन से त्रिपुंड लगाएं. पांच जगह निचे की ओर संभव नहीं हो, तो ऊपर की ओर भी लगा सकते हैं. पांच जगह त्रिपुंड लगाने के बाद शिव जी के पंचाक्षर मंत्र "नमः शिवाय" का जाप करते हुए उन पाँचों जगह से थोडा थोडा चन्दन किसी कटोरी में लेकर वापिस आए एवं अब इस चन्दन को अगली प्रदोष तक प्रत्येक दिन जो भी मरीज हो उसके कंठ एवं ह्रदय (वक्ष स्थल) पर लगाएं. चन्दन लगाने के लिए थोडा थोडा जल मिला कर उसे हल्का गिला कर सकते हैं. पुनः अगली प्रदोष आने पर यही क्रम दोहराएं. इस तरह यह क्रम आपको 24 प्रदोष करना चाहिए. गुरुदेव कहते हैं जल्दी बाबा भोलेनाथ भक्त की पीड़ा दूर कर तकलीफ दूर करता हैं. ऐप के वीडियो खंड में उपाय का वीडियो उपलब्ध हैं. श्री शिवाय नमस्तुभ्यम हर हर महादेव
उपाय की विभिन्न श्रेणियां लोड हो रही है