
ज्ञान, भक्ति और आध्यात्मिक मार्गदर्शन
गुरुदेव पंडित प्रदीप मिश्रा जी द्वारा पार्थिव पूजन एवं अभिषेक हेतु शिवलिंग निर्माण की विधि बताई गई हैं. गुरुदेव द्वारा बताया गया हैं कि शुद्ध स्थान से लाइ गई मिट्टी से शिवलिंग का निर्माण किया जाता हैं. मिट्टी लाते समय एवं शिवलिंग का निर्माण करते समय अत्यंत शुद्ध भाव से श्री शिवाय नमस्तुभ्यम या ॐ नमः शिवाय का जाप करना चाहिए. इस हेतु शिवमहापुराण में बताया गया हैं कि ब्राहमण के लिए सफ़ेद, क्षत्रिय के लाल, वैश्य के लिए पिली एवं शुद्र के लिए काली मिट्टी के द्वारा शिवलिंग का निर्माण उचित होता हैं. यदि वह मिट्टी सुलभ न हो, नहीं मिल पा रही हो तो अपने आसपास जो भी मिट्टी उपलब्ध हो उसी से शिवलिंग का निर्माण किया जाना चाहिए. यहाँ यह सावधानी रखना चाहिए कि शिवलिंग निर्माण के समय ध्यान दिया जाना चाहिए कि अंत में जब शिवलिंग बन चूका हो, तब हाथ पर लगी मिट्टी निकालकर नहीं लगाना चाहिए. चूँकि शिवलिंग निर्माण में हाथ पर मिट्टी चिपक जाती हैं तो कुछ भक्त गण अंत में हाथ पर लगी मिट्टी को निकालकर शिवलिंग पर लगा देते हैं. इससे बचना चाहिए. यह दोष होता हैं. शिवलिंग बनाते समय जो भी कामना हैं आपकी, जो अभिलाषा हैं आपकी उसका स्मरण करते हुए शिव मंत्र का जाप करते रहे. इस तरह अत्यंत पवित्र भाव से शिवलिंग निर्माण कर पूजन करें. भगवान भोलेनाथ आपकी मनोकामना पूरी करें हर हर महादेव 🙏🙏 श्री शिवाय नमस्तुभ्यम 🙏🙏🙏
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