
ज्ञान, भक्ति और आध्यात्मिक मार्गदर्शन
ओ काशी के भोलेनाथ, मने थारी सतावे हैं ओ काशी के भोलेनाथ, मने थारी सतावे हैं हिचक्या ना रुके भोलेनाथ, मने थारी सतावे हैं ओ काशी के भोलेनाथ, मने थारी सतावे हैं बाती सी अटक गई, नैनों में अटक गई, कब तुम दरस दिखाओगा हिचक्या ना रुके भोलेनाथ, मने थारी सतावे हैं ओ काशी के भोलेनाथ, मने थारी सतावे हैं मैं तो द्वार द्वार पर हारी,पर सब कोई मिलते भिकारी एक दाता म्हारा भोलानाथ, मने थारी याद सतावे हैं तुम काशी सी आवो, म्हारा भोलानाथ, मने थारी याद सतावे हैं ओ काशी के भोलेनाथ, मने थारी सतावे हैं आओ आओ जी म्हारा भोलानाथ, मने थारी याद सतावे हैं ओ काशी के भोलेनाथ, मने थारी सतावे हैं
उपाय की विभिन्न श्रेणियां लोड हो रही है