
ज्ञान, भक्ति और आध्यात्मिक मार्गदर्शन
गुरुदेव पंडित प्रदीप मिश्रा जी द्वारा श्री शिव महापुराण कथा के अंतर्गत गाया गया सुन्दर शिव भजन - "भरोसे थारी चाले है भोले जी म्हारी नांव" भजन लिरिक्स यहाँ दिए गए हैं. भजन लिखित रूप में आपके लिए उपब्ध कराया गया हैं. आप भजन "भरोसे थारी चाले है भोले जी म्हारी नांव" का PDF Download भी कर सकते हैं भरोसे थारी चाले हैं, भोले जी म्हारी नाव भरोसे थारी चाले हैं, भोले जी म्हारी नाव || भोले जी म्हारी नाव, शम्भू जी म्हारी नाव भरोसे थारी चाले हैं, भोले जी म्हारी नाव || नहीं हैं म्हारों कुटुंब कबीलों, नहीं हैं म्हारो परिवार आप बिना तो जोन हैं कोय, जग को पालन हार भरोसे थारी चाले हैं, भोले जी म्हारी नाव भरोसे थारी चाले हैं, भोले जी म्हारी नाव || भवसागर उथलो घणों रे किस विध उतरु पार निगाह करो तो निगाह नी आवे, भव सागर री धार भरोसे थारी चाले हैं, भोले जी म्हारी नाव भरोसे थारी चाले हैं, भोले जी म्हारी नाव || कहत कबीर सुनो भाई साधो, बह जाता मझदार सीहोर में गुरूजी मिलेया, बेडा कर दिया पार भरोसे थारी चाले हैं, भोले जी म्हारी नाव भरोसे थारी चाले हैं, भोले जी म्हारी नाव || भोले जी म्हारी नाव, दयालु जी म्हारी नाव भरोसे थारी चाले हैं, भोले जी म्हारी नाव ||
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