
ज्ञान, भक्ति और आध्यात्मिक मार्गदर्शन
सभी शिव भक्तों के पावन चरणों में नमन, जैसा कि आप सभी जानते है, पवित्र एवं पावन श्राद्ध पक्ष का प्रारंभ दिनांक 7 सितम्बर 2025 (रविवार) से हो रहा है. इस दिन से पहला श्राद्ध (पूर्णिमा) का माना जाएगा. इस वर्ष इस दिन चन्द्रग्रहण है, विभिन्न विद्वतजनों के अनुसार इस दिन श्राद्ध कर्म (तर्पण, ब्राहमण भोजन, दान कर्म आदि) दोपहर 12 बजे के पूर्व कर लेना उचित माना जाता है. चूँकि उसके उपरान्त दोपहर 12 बजकर 57 मिनिट से सुतक काल प्रारम्भ हो रहा है, अतः उसके पूर्व श्राद्ध कर्म पूर्ण करलेना चाहिए. ग्रहन के दौरान प्रभु स्मरण, मंत्र जाप का बहुत महत्व माना जाता है. इस दौरान प्रतिमा, मूर्ति स्पर्श वर्जित माना जाता है. साथ ही इस दौरान भोजन एवं जल भी ग्रहण नहीं किया जाता. वर्तमान परिस्थतियों में यह संभव नहीं हो पाता है, अतः भोजन पदार्थों, जल पात्रों में ग्रहण से पूर्व तुलसी दल रखना श्रेयस्कर माना जाता है. ऐसे भोजन एवं जल को ग्रहण किया जा सकता है. कुछ क्षेत्रों में विद्वतजन ग्रहण के दौरान गर्भवती स्त्रियों के घर से बाहर निकलने को भी गलत मानते है, उन्हें इससे बचना चाहिए. गुरुदेव पंडित प्रदीप मिश्रा जी द्वारा पूर्व में भी कई बार पितृ पक्ष के महत्व पर प्रकाश डाला जाता है. गुरुदेव पंडित प्रदीप मिश्रा ऐप के माध्यम से भी आप समय समय पर पितृ पक्ष एवं आगामी अन्य त्यौहारों के बारे में जानकारी प्राप्त करते रहेंगे. 🙏🙏 कृपया जानकारी अन्य भक्तों से भी शेयर करें हर हर महादेव
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