
ज्ञान, भक्ति और आध्यात्मिक मार्गदर्शन
यदि आप स्थानी धन सम्पदा वैभव की आशा रखते है एवं चाहते है घर परिवार में सुख समृद्धि बनी रहे तो आपको यह उपाय करना चाहिए. यदि आपको महसूस हो कि आपको पितृ दोष है. आप जो भी काम करते है वह पूरा नहीं हो पाता है...पितृ उसे पूरा नहीं होते देते है. घर का कोई न कोई सदस्य हमेशा बीमार रहता हो, बात बात पर या छोटी छोटी बात पर विवाद होता हो तो यह उपाय अवश्य करें. गुरुदेव पंडित प्रदीप मिश्रा जी द्वारा बताया गया है कि यह सुन्दर एवं आसान उपाय केवल श्राद्धपक्ष की अमावस्या के दिन किया जाता है. इस उपाय को घर की बड़ी माता बहन द्वारा किया जाना चाहिए. यदि माता-बहन किसी कारण से न कर सके तो उस घर के जो भी बड़े पुरुष हो उन्होंने यह उपाय करना चाहिए. इस दिन शाम को एक कटोरी में अक्षत चावल लेवें एवं इन चावलो पर थोड़ा कपूर (शुद्ध) रख देवें. यह कटोरी चावल से पूरी भरी होनी चाहिए. आधी कटोरी या कटोरी खाली न रखें. चाहे छोटी कटोरी लेवें परन्तु कटोरी पूरी भर कर रखें. कपूर को चावल के ठीक बिच में रखें. कटोरी को घर की दहलीज के बाहर की ओर इस तरह रखें की गाय, कुत्ता, बिल्ली आदि जानवरों से वह सुरक्षित रखें. ध्यान रखें यह कटोरी अमावस्या की पूरी रात घर के बाहर रहेगी इसलिए इसे सुरक्षित स्थान पर रखें. आप चाहे तो इसे ढँक कर रख सकते है. इस कटोरी के चारों ओर ईट आदि रख कर उसे सुरक्षित कर सकते है. प्रयास करे यह कार्य शाम को 6 बजे से 7 बजे के बिच किया जाना चाहिए. फिर भी यदि शाम को 7 बजे के पहले संभव न हो पा रहा हो तो रात्रि के 10 बजे के पूर्व यह उपाय कर ही लेना चाहिए. विशेष रूप से सुनिश्चित करें की दहलीज के बाहर कटोरी रखते समय घर का कोई सदस्य घर के बाहर न हो, सभी सदस्य घर में रहे, एवं कटोरी रखने के उपरान्त भी कोई सदस्य घर से बाहर न निकले. अगले दिन (नवरात्र प्रतिपदा) को सुबह जल्दी से स्नान आदि के उपरान्त सबसे पहले एक माचिस लेकर कटोरी में रखें कपूर को जलाना है. कपूर जलाने के पूर्व कटोरी को न तो छूना है ना ही कटोरी को उस स्थान से उठाना है. जब कटोरी में कपूर जल रहा हो, अपने पूर्वजों का ध्यान करते हुए उनसे क्षमा याचना करें. अपने कुल कुटुंब में वैभव धन सम्पदा की वृद्धि हेतु कामना करें. जब कपूर पूरी तरह जल कर ख़त्म हो जाए फिर अपने पूर्वजों का स्मरण करते हुए कटोरी को उठा लें. एवं कटोरी में जो चावल हैं उन्हें किसी वृक्ष के निचे या ऐसे स्थान पर डाल देवें जिससे पक्षी यह चावन के दाने चुग (खा) सकें. चावल डालते समय भी अपने पूर्वजों का स्मरण करें एवं अपने मन की कामना का ध्यान करें. यह उपाय सम्पूर्ण पितृ पक्ष में हुई किसी तरह की भूल चुक त्रुटी को दूर कर घर परिवार में वैभव सुख समृद्धि में वृद्धि करता है. कृपया उपाय सभी से शेयर करें ताकि ज्यादा से ज्यादा भक्त लाभान्वित हो सकें हर हर महादेव 🙏🙏
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