
ज्ञान, भक्ति और आध्यात्मिक मार्गदर्शन
श्राद्ध पक्ष में ब्राह्मण को भोजन कराते समय भोजन सामग्री में निम्न तिन सामग्री को अवश्य समाहित करना चाहिए दूध की खीर तुरई या गिल्की (सब्जी या भजिया कोई भी) उड़द की दाल का भोजन (बड़ा, पकौड़ा या अन्य कुछ) दूध का भोजन: आहुतो के हिस्से आता है गिल्की/तुरई : पितरों के हिस्से आता है उड़द की दाल : प्रेतों के हिस्से आता है भोजन में क्या नहीं बनाना चाहिए भोजन में भूरा कोला(पोमडा)[नव रात्री में यज्ञ वाले दिन जिसकी बलि चढ़ती है - अन्य क्षेत्रों के अनुसार अलग अलग नाम हो सकते है - इसकी मिठाई भी बनती है] का उपयोग नहीं करना चाहिए. इसकी सब्जी या मिठाई बनाने से पितृ सात घर से दूर लौट जाते है अचार, नमक भी ब्राह्मण की थाली में नहीं रखना चाहिए, इसे थोड़ी दुरी पर अन्य पात्र में रखा जा सकता है. इनके अतिरिक्त बंदगोभी(पत्ता गोभी) भी श्राद्ध पक्ष में ब्राह्मण भोजन हेतु वर्जित मानी गई है. भैंस के दूध से बना पदार्थ भी उपयोग नहीं करना चाहिए (खीर हेतु गाय का दूध उपयोग करना चाहिए) श्री शिवाय नमस्तुभ्यम
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