
ज्ञान, भक्ति और आध्यात्मिक मार्गदर्शन
जिन युवक युवती का विवाह नहीं हो रहा हो. वे पितृपक्ष की शिवरात्री के दिन गाय का शुद्ध घी लेवें. उस घी का लेपन शिवलिंग पर करें. लेपन के पश्चात उसी ऊँगली से एक बिंदी अशोक सुंदरी की जगह पर ‘पीवरी’ का नाम स्मरण करते हुए लगाएं. एवं एक लोटा जल शिवजी को समर्पित करें. अगले पितृ पक्ष के पहले उनका विवाह अवश्य होगा. नोट: गुरुदेव श्री पंडित प्रदीप मिश्रा जी के अनुसार गाय का घी शुद्ध ही उपयोग करें. श्री शिवाय नमस्तुभ्यम
उपाय की विभिन्न श्रेणियां लोड हो रही है